“मिड लाईफ” जीवन का अंत नहीं है, प्रारम्भ है। कहते भी है ना कि “लाईफ बिगिन्स एट फौर्टी”। अपने लिए आपके पास अब ज्यादा वक्त है। उम्र बढ़ने को सहर्ष स्वीकारें और अनुभव का धन जो आपने बटोरा है उससे आने वाली पीढ़ियों का मार्ग प्रशस्त करें। दुनिया में “ऐजिंग ग्रेसफुली” से अच्छा कोई काम्प्लीमेन्ट नहीं हो सकता।