जगह का चुनाव

सबसे पहले तो एक योजना तैयार करें कि आपको कहां और कैसे जाना है। जगह का चुनाव करते समय भी बहुत सावधानी बरतें। वह जगह ऐसी होनी चाहिए, जो आपकी मनपसंद तो हो ही, साथ ही वहां जाकर आपको सुकून भी मिले।

गैजेट्स से दूर रहें

अपने ट्रैवल को सार्थक बनाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप गैजेट्स से दूर रहें। नो फोन कॉल, नो फेसबुक, नो व्हाट्सएप- अगर आप ऐसा करेंगे, तभी वहां घूमने का और वहां की विशेषताओं को जानने-समझने का पूरा लुत्फ उठा सकते हैं, वरना आपका आधा ध्यान तो फोन पर ही रहेगा और वहां की बहुत सी अच्छी चीजें आप वैसे ही मिस कर देंगे।

ट्रैवल जर्नल बनाएं

हां जी, इसका मतलब हर रोज जहां भी आप घूमने जा रहे हैं, अपने होटल में आकर 10-15 मिनट अपने उस एक्सपीरियंस को लिखें। इससे आप बेहतर महसूस करेंगे। अपनी वहां की अच्छी-बुरी सभी यादें उसमें समेट लें। इससे तनाव भी दूर होता है, क्योंकि मन के सभी भाव उसके जरिये निकल जाएंगे और ट्रिप के बाद भी उन यादों को दोहरा सकेंगे।

ट्रैवल स्लो

अपनी आइटेनरी में इतनी सारी जगह ना प्लान कर लें कि दिन कम पड़ जाए और आप बस भागते ही रहें। प्लान कुछ इस तरह बनाएं कि जहां जा रहे हैं, वहां आराम से रहें और वहां की ब्यूटी को एन्जॉय करें। मकसद बहुत सारी जगह एक साथ देखना नहीं, बल्कि रिलेक्स करना भी होना चाहिए।

लग्जरी रहने ही दें

डुअल टैम्प्रेचर कंट्रोल, लेदर इंटीरियर, म्यूजिक सिस्टम, इंटरनेट बेशक इन सुविधाओं के साथ कौन नहीं घूमना चाहेगा, लेकिन जरा सोचिए कि क्या वाकई आपको इनकी जरूरत है। दरअसल किराया इस बात पर डिपेंड करता है कि आपने कैसी कार ली है। बजट ट्रैवल के मूड में हैं तो बेसिक कार किराएं पर लें। वैसे आप शेयरिंग में भी जा सकते हैं। इस तरह किराया बंट जाएगा।

बस जरूरत हो पूरी

बजट होटल में आपको ज्यादा सुविधाएं नहीं मिलेंगी, लेकिन आप यह क्यों भूल जाते हैं कि बजट ट्रैवल का मतलब ही ऐसी जगह पर ठहरना है, जहां सिर्फ आपकी बेसिक सुविधाएं पूरी होती हों। ऐसे में साफ कमरा और बाथरूम ही आपके लिए बहुत हैं। वैसे फन वेकेशंस पर इससे ज्यादा की जरूरत ज्यादातर लोगों को होती भी नहीं है।

स्टाइल पर जोर नहीं

छुट्टियों के दौरान भी कुछ लोग स्टाइल दिखाना नहीं छोड़ते। इस तरह वे कपड़ों व एक्सेसरीज से सामान बहुत भारी कर लेते हैं। हल्का सामान और जरूरत की कुछ खास चीजें लेकर ही चलें। इस तरह आपको घूमने और जगह बदलने में ज्यादा परेशानी नहीं होगी। अपने साथ कंफर्टेबल शूज और कपड़े लेकर जरूर चलें, वरना आप सामान कैरी करने में ही उलझे रहेंगे। स्टाइल तो अपने शहर में दिखाने के लिए छोड़ दें। यहां सिर्फ जुगाड़ से काम चलाएं।

छूट के मौसम में करें ट्रैवलिंग

कम बजट में ट्रैवलिंग का ज्यादा आनंद लेना हो तो अपना कार्यक्रम पीक सीजन में ना बनाएं। अब देखिए न, पीक सीजन में ट्रैवल पैकेज हो या होटल पैकेज, सभी महंगे होते हैं, लेकिन उन्हीं पैकेज पर ऑफ सीजन में 30 से 40 पर्सेंट की छूट मिल जाती है।

चिंताएं-समस्याएं साथ ना रखें

कई बार लोग ट्रिप पर जाते समय भी घर की समस्याओं को साथ ले जाते हैं। घर खाली रहेगा, पड़ोसी घर पर नजर तो रखेंगे ना, बच्चे के होमवर्क का क्या होगा, जैसी समस्याओं पर भी ट्रिप के दौरान लगातार सोचते हैं। घर की समस्याएं ट्रिप पर साथ ले जाएंगे तो आप ट्रिप को भी एन्जॉय नहीं कर पाएंगी। लिहाजा ट्रिप पर जाते समय सभी समस्याओं को छोड़ कर जाएं। यह सोच कर जाएं कि जितने दिन आप घर से बाहर हैं, उतने दिन आप दुनिया की सभी समस्याओं से मुक्त हैं और यह समय केवल और केवल मौज-मस्ती के लिए है। इससे आपका ट्रिप कई गुना ज्यादा मजेदार हो जाएगा।

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