Posted inकथा-कहानी

मनमानियां-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Manmaniya: मां ,आखिर आपको क्या हो गया है ?जब से डॉक्टरी पूरी करके आया हूं आपका तो रवैया ही बदल गया है । बार-बार मुझसे मेरी पसंद पूछ रही हो जबकि हमेशा आपने अपनी मर्ज़ी ही चलाई है, पारस बोला। पता है आपको मुझे बचपन में ऑरेंज आइसक्रीम, चुस्की, कुल्फी ,चूरन,तेज मसाले वाले चिप्स बहुत […]