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कुछ ढूंढ रहा अंतर्मन-गृहलक्ष्मी की कहानियां

Story in Hindi: फिर से वही लंबा सा निस्तेज दिन………“ बहु मेरी जरूरतों का सामान रख देगी और कामवाली बाई को हर रोज दिया जाने वाला वही भाषण ……. जब तक मैं ऑफिस से ना लौटूं तुम्हें मां जी का ख्याल रखना है …….।”पोते-पोतियां स्कूल चले जाएंगे । बेटा सुबह सात बजे के गए रात […]