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घड़ी-21 श्रेष्ठ युवामन की कहानियां पंजाब

Time Story: अरे सवा दस बज गए, कभी-कभी साढ़े दस बज भी हो जाते हैं। सारा दिन की भागदौड़ के बाद इस समय ही कहीं मुझे फुरसत मिलती है। दो सांस ले पाती हूं। मन को एकाग्र करने के लिए पांच-सात मिनट के लिए अलोम-विलोम करती हूं। इससे अधिक का समय मेरे पास नहीं होता। […]