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मां के चले जाने के बाद-गृहलक्ष्मी की कविता

Hindi Kavita: कितना कुछ बदल जाता हैजीवन में बेटियों केबस एक मां के चले जाने के बादकि स्वीकारा नहीं जाताजाने क्यों यह बदलाव?नहीं होती हैं रौनकें कोईन बचपन खिलखिलाता हैभले ही उम्र कितनी हो बेटियों कीतन से कम मगर मन से तोबेटियां बूढी-सी बन जाती है।कितना कुछ बदल जाता हैजीवन में बेटियों केबस एक मां […]