सुनैना
ओम बीच
गोकर्ण की सबसे शानदार जगह ओम बीच है। इस बीच का आकार ओम की तरह दिखता है, इसीलिए इस बीच का नाम ओम रखा गया है।
कुडले बीच
ये बीच ओम बीच से कुछ ही दूरी पर स्थित है।जो कि अपने शांत वातावरण और अद्भुत नजारों के लिए मशहूर है।यहां ज्यादा भीड़ नहीं देखी जाती।
याना रॉक्स
ये रॉक्स ठोस काले क्रिस्टलीय कार्स्ट चूना पत्थर की बनी हुई हैं।यहां दो मुख्य पहाड़ियाँ मोहिनी शिखर और भैरवेश्वर शिखर हैं।
मिरजन किला
ये किला अघनाशिनी नदी के तट पर स्थित है। इस का निर्माण रानी चेन्नाभैरदेवी ने करवाया था जिन्होंने 54 साल शासन किया।
नेत्रानी द्वीप
ये द्वीप कर्णाटक के मुरुदेश्वर में समुद्री तट पर स्थित है।इसको कबूतर द्वीप' के नाम से भी जाना जाता है। यहां लोग दूर-दूर से स्कूबा डाइविंग करने आते हैं।
मुरुदेश्वर मंदिर
ये मंदिर भारत के कंडुका पहाड़ी पर स्थित है। इसमें स्थित भगवान शिव की प्रतिमा को दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी शिव प्रतिमा माना जाता है।
डंडेली
डंडेली वाइल्डलाइफ सेंचुरी- वर्तमान समय में टाइगर रिजर्व के रूप में जाना जाता है।इसमें 200 पक्षियों की अलग-अलग प्रजातियां पाई जाती हैं।
जोग फॉल
कर्नाटक के शरावती नदी पर स्थित यह वाटरफॉल भारत का दूसरा सबसे ऊंचा वाटरफॉल के रूप में जाना जाता है।इसके चारों तरफ काफी हरियाली है।
काली टाइगर रिजर्व
इसको पहले अंशी टाइगर रिजर्व के नाम से जाना जाता था। यह पार्क बंगाल बाघों , काले पैंथरों और भारतीय हाथियों का निवास स्थान है।